अजय तिवारी पर लगा आरोप: बेच डाली जैतूसाव मठ ट्रस्ट की 107 एकड़ जमीन: महंत राम आशीष दास ने किया सनसनीखेज खुलासा

रायपुर। राजधानी का जैतूसाव मठ जो अपने आप में कई कहानियां समेटे हुए है लेकिन ट्रस्ट की जमीन में बंदरबांट का मामला लगातार उजागर हो रहा है। दरअसल पुरानी बस्ती के महंत रामआशीष दास ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जहां 107 एकड़ जमीन की कूटरचना कर नामचीन हस्तियां को बेचने की बात कही जा रही है।
आपको बता दें कि जैतूसाव मठ ट्रस्ट की जमीन में बंदरबांट का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मामले में जैतूसाव मठ पुरानी बस्ती के महंत रामआशीष दास ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. महंत रामआशीष दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर ट्रस्ट के पदाशिकारियों पर कूट रचना के आधार पर जमीनों की बन्दरबाट का आरोप लगाया है। साथ ही मामले में न्यायिक जाँच कर ट्रस्ट की जमीन को वापस दिलाने की मांग की है.
महंत रामआशीष दास ने बताया
सन्1988 से 2007 तक लगातार महंत लक्ष्मी नारायण दास के नाम पर दर्ज भूमि को अजय तिवारी और अन्य रसूखदारों के द्वारा उत्तराधिकारी बनकर बेचा गया, जो कि नियम के विपरीत व घोर अपराध है. इन रसूखदारों ने ग्राम धरमपुरा में जैतूसाव मठ, हनुमान मंदिर और गोपीदास मंदिर की 107 एकड़ जमीन की कूटरचना कर नामचीन हस्तियां को बेच दिया।