अनुसूचित जनजाति शासकीय कर्मचारी सेवक संघ के अध्यक्ष ने धरना में बैठे सहायक शिक्षकों को क्यों कही ये बात
रायपुर | छत्तीसगढ़ में बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षक रायपुर के तूता धरना स्थल में अभी भी प्रदर्शन कर रहे है, और अपनी नौकरी के समायोजन की मांग कर रहे है। जहां अनुसूचित जनजाति शासकीय कर्मचारी सेवक संघ के अध्यक्ष आर.एन. ध्रुव भी धरना स्थल पहुंचे और शिक्षकों का समर्थन किया।
रायपुर के धरना स्थल पर छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय कर्मचारी सेवक संघ के अध्यक्ष आर.एन. ध्रुव ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने शिक्षकों के समायोजन की मांग का समर्थन करते हुए कहा “आप लोग यहा बैठकर अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं, यह छत्तीसगढ़ के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। आप सभी पूर्णतः निर्दोष हैं, फिर भी आपको अपने अधिकारों की लड़ाई लड़नी पड़ रही है। सरकार को चाहिए कि वह आपकी समस्या को प्राथमिकता देकर त्वरित कार्रवाई करे। आपका टर्मिनेशन रद्द कर तुरंत समायोजन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।”
इस प्रदर्शन में, छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय कर्मचारी सेवक संघ के सचिव कामेश ठाकुर ने भी अपने विचार रखते हुए बताया कि वे स्वयं बी.एड. उपाधि के साथ सहायक शिक्षक के रूप में नियुक्त हुए थे और आज व्याख्याता पद पर कार्य कर रहे है। शिक्षकों को नियमों का हवाला देकर अयोग्य करार देना और पद से विमुक्त करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इन शिक्षकों ने यूपीएससी, सीजीपीएससी जैसे कठिन परीक्षाओं और व्यापम जैसे चुनौतीपूर्ण स्तर पर अपनी पात्रता सिद्ध की है। उनका अनुभव और योग्यता किसी भी स्थिति में कम नहीं है।”छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय कर्मचारी सेवक संघ ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी से आग्रह किया है कि इन शिक्षकों के साथ न्याय किया जाए और उनका तुरंत समायोजन सुनिश्चित किया जाए।

