Raipur crime: नौकरी लगाने के नाम पर झांसा, करोड़ों रुपए की ठगी, 60 से अधिक लोग हुए शिकार

रायपुर। राजधानी में नौकरी लगाने के नाम पर लगातार धोखाधड़ी का मामला सामने आ रहा था। जिसके जानकारी मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें आरोपी ने लगभग 60 लोगों को अपने झांसे में लिया और 5 करोड़ की ठगी होना बताया जा रहा है वहीं पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
बता दें कि मामले में देवेन्द्र जोशी और झगीता को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही किया गया है। विवेचना दौरान आरोपी देवेन्द्र जोशी के द्वारा पूछताछ पर अपने साथी स्वप्निल दुबे को प्रार्थी एवं अन्य लोगो के वेरीफिकेशन के लिये इन्द्रावती भवन भेजकर सत्यापन संबंधी कार्यवाही कराना स्वीकार किया था। जिस पर आरोपी स्वप्निल दुबे की पतासाजी की जा रही थी। विवेचना दौरान आरोपी स्वप्निल दुबे की उपस्थिति के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होने पर स्वप्निल दुबे को पकड़कर पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने साथी सोमेश दुबे, नफीज आलम एवं अन्य तथा विकास शर्मा, जिसका वर्तमान में सड़क दुर्घटना से मृत्यू हो गई है के साथ चैनल बनाकर शासकीय विभागों में नौकरी लगाने का झांसा देकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लगभग 60 बेरोजगारों से अबतक 5 करोड़ रूपये से अधिक ठगी करना बताया।
पीड़ितों एवं आरोपियो के बैंक खातों का विश्लेषण एवं पूछताछ
आरोपी नफीज आलम, सोमेश दुबे, हलधर बेहरा का संलिप्तता पाये जाने पर गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर घटना को अंजाम देना स्वीकार किया गया। आरोपी स्वप्निल दुबे वैगन रिपेयर शॉप, दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे रायपुर में तकनीशियन-I के पद पर कार्यरत है। आरोपियो द्वारा लोगो को झांसे में लेने के लिये अपने वाहन में छ.ग. शासन की नाम पट्टिका का उपयोग करने के साथ साथ मंत्रालय का ईमेल आई.डी. भी तैयार किये थे जिससे बेरोजगारो को मेल के माध्यम से नियुक्ति पत्र प्रेषित करते थे। प्रकरण में अबतक लगभग 20 से अधिक पीड़ितों का पहचान किया जा चुका है। जिनसे पृथक से पूछताछ एवं दस्तावेज संकलन कर बारीकी से विवेचना की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 03 नग मोबाइल फोन, 04 नग सोने के सिक्के, 01 नग सोने का हार, 01 नग बिंदिया, 02 नग एसी, 01 नग फ्रीज, 02 नग पंखा, 01 नग होम थियेटर, 01 नग स्कार्पियो वाहन, 01 नग स्कुटी वाहन जुमला कीमती करीबन 50 लाख रूपये जप्त किया गया है। प्रकरण में आरोपियों द्वारा गबन किये गये रकम को क्रिप्टो करेसी, जमीन व फ्लैट लेकर इन्वेन्स्ट करना बताये है साथ ही धोखाधड़ी किये गये रकम को बैंक खातों में जमा करना बताये। जिस पर आरोपियों के बैंक खातों में लगभग 15 लाख रूपये होल्ड कराया गया है। प्रकरण में अन्य आरोपियों के संलिप्त होने के साक्ष्य मिले है। जिनका पता तलाश किया जा रहा है।